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जितने सांस दिए प्रभु ने
उतना ही जीना होगा
जो कष्ट लिखा है भाग्य मे
वह हमको सहना होगा
जो करता है सद्कर्म यहाँ
उसका भाग्य उज्ज्वल होगा
जिसने किये नीचकर्म
उसे नरक भुगतना होगा
जैसी करनी वैसी भरनी
जग की है यह रीत पुरानी
सदा सच की राह चले जो
जीवन उसका सुखमय होगा
परमात्म याद में लीन रहे जो
जीना उसी का सफ़ल होगा।
#श्रीगोपाल नारसन
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