0
0
Read Time33 Second
आत्मबोध हो जाता उसको
परमात्म याद में रहता है जो
आदि,मध्य,अंत का ज्ञान
सहज रूप में पा जाता वो
यथार्थ जीवन जीता है जो
व्यर्थ उसे कभी भाता नही
विकारो से सदा दूर रहता
पवित्र सहज बन जाता वो
ईश्वरीय ज्ञान हो जाता जिसको
जनजन की सेवा करने लगता
पुरुषार्थ सदा ही करता रहता
परमात्मा से रूबरू हो जाता वो।
#श्रीगोपाल नारसन
Post Views:
430