आओ आओ मेरे बच्चों प्यारे,
हाथ धो लो मिलकर सारे।
हाथ धोने से मरेंगे कीटाणु,
रोग आएंगे ना पास हमारे।
स्वच्छता है रोगों की दुश्मन,
स्वच्छता को ढाल हम बनाएं।
हैजा ,पेचिश , त्वचा ,नेत्र ,आंतों की,
बीमारियों को दूर हम भगाएं।
तीस सेकंड तक है हाथों को धोना,
और जरा भी अलास ना करना।
मान लो तुम सब मेरा कहना,
पछताओगे बहुत तुम वरना।
पड़े गए यदि बीमार हम जो,
पास डॉक्टर के जाना पड़ेगा।
तन, मन ,धन और समय को,
बेवजह ही लुटाना पड़ेगा।
खाना खाने के बाद और पहले,
हाथ धोने की आदत बनाओ।
खुद समझो और सबको समझाओ,
स्वच्छता के गुण सबको बताओ।
लापरवाही जो कर दी तनिक भी,
मोल इसका चुकाना पड़ेगा ।
यदि अच्छे से हाथ ना धोए,
हाथ जान से धोना पड़ेगा।
आओ हम सब संकल्प ये उठाएं,
हाथ धोने के फायदे सबको गिनाएं।
जन जन को जागरूक बनाएं,
सारे विश्व को स्वस्थ बनाएं।
रचना
सपना (स० अ०)
जनपद _ औरैया