0
0
Read Time45 Second
जिंदगी एक किराए का मकान है ,
उसमें बसने वाले हर पराए का नाम है।
मां -बाप भी आधे वक्त तक साथ रहते हैं,
बाकी के लिए किसी और को हमारा बनाए रहते हैं।
कुछ पल भर में ही अपने बन जाते हैं ,
और कुछ जीवन भर पराए ही रह जाते हैं।
लोग आते रहते हैं ,और जाते रहते हैं,
नई सीख और सबक सिखाते रहते हैं।
तन – मन पर कब्जा; दूसरों का बनाए रहते हैं,
फिर भी दिन – रात, राम-राम लगाए रहते हैं।
सुख और दुख का फेरा लगाए रहते हैं,
फिर भी पल दो पल की खुशियां बनाए रहते हैं।।
#आकांशा पटेल
Post Views:
388