हिंदी दिवस

0 0
Read Time44 Second

आईये न हम सब हिंदी दिवस मनाएंगे
बस पहले एक-एक इंगलिश पैग लगाएंगे।
सूट-बूट हैट और कोट पहनकर हम आज
माइक पे महिमा हिंदि की,अंग्रेजी में गाएंगे।
भाई साहब बस दो चार दिन की तो बात है
फिर तो नेक्स्ट ईयर ही न बुलवाए जाएंगे ।
बस फॉर्मलिटी पूरी हो जाए हिंदि दिवस की
फ़िर कोई अच्छी इंग्लिश फ़िल्म दिखाएंगे।
यू नो वेरी वेल अजय भाट ईज़ यौर प्रॉब्लम
हर मामले में आप अपनी टांग अड़ाएंगे ।
-अजय प्रसाद

matruadmin

Next Post

हवाओ से…..

Thu Sep 3 , 2020
ठंडी हवाओ के झोंको से आ रही फूलों की महक। चिड़ियों की चहको से मिल गया आपका संदेश। दुआ करते है ईश्वर से की हमें मिलता रहे। आपका जैसे दोस्त का स्नेह और प्यार।। दूर है दोनों के किनारे पर दिल से एक है। मिलना मिलाना हो जाएगा, यदि जिंदगी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।