देश ही सर्वोच्च है।

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जिस देश में हमने जन्म लिया,
उस देश पर हम बलिदान हो जाए।
जो निर्बल पिछड़े है इस देश में,
उनको तारे हम पहले फिर खुद तर जाए।।

रहे ध्यान निज मान मर्यादा का,
उसका हनन हम कभी न होने दे।
जो करे हनन हमारी।मर्यादाओं का,
उनको देश में कभी हम बढ़ने न दे।।

करे देश की रक्षा हम सब,
हर सीमा पर हम डट जाएं।
जो देखे देश को कुदर्ष्टी से,
उनके सीने पर हम चढ़ जाए।

करे विकास हम सब देशवासियों का,
कोई विकास से वंचित न रह जाए।
जो रहे देश में पिछड़े अभी तक,
उनको आगे हर क्षेत्र में लेे जाए।।

जो करे हमारे देश के टुकड़े टुकड़े,
उनको देश से बाहर निकाला जाए।
पानी फेरे उनके इस इरादे को,
उनको अब मृत्यु दण्ड दिया जाए।।

करे सम्मान उन सब लोगों का,
जो देश की सेवा निस्वार्थ करते हो।
दे सम्मान अमर शहीदों जैसा,
जो अपना निज बलिदान करते हो।।

करे सम्मान देश के संविधान का,
वहीं देश की कुरान व गीता है,
जो चले देश के संविधान विरूद्ध,
उनको अब केवल फांसी का फीता है।।

भारत मां से न बडा कोई देश में,
जो उसका अपमान देश में करता हो,
उनके सीने में अब गोली दागनी,
चाहे कितना बड़ा लीडर वह बनता हो।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।