तुम मेरे बादल हो,मै तुम्हारी काली घटा हूं।

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न सावन सूखी हूं मै,न भादो हरी हूं,
बस मै तो आपके दिल की ही परी हूं।
रखो जिस हाल में तुम अब मुझको,
मै तो तुम्हारी जीवन की सहचरी हूं।।

करतीं हूं प्यार तुमसे अपने दिल से ज्यादा,
बेवफा न कभी होना,करो तुम ये वादा।
चलते रहना इस राह पर भले रोडे आए,
तोड़ना न कभी ये जीवन की मर्यादा।।

तुम मेरे चन्दा हो,मै तुम्हारी किरण हूं,
अहो भाग्य है मेरे,मै तुम्हारी शरण हूं।
आयेगी मुसीबत कभी जीवन में तुम्हारे,
हर मुसीबत में,मै तुम्हारे ही संग हूं।।

तुम मेरे बादल हो,मै तुम्हारी काली घटा हूं,
चमकेगी बिजली,लगेगी मै तुम्हारी छटा हूं।
बरसोगे जब तुम कभी,नीचे जमीं पर,
लोग समझेगा मै तुम्हारी ही काली घटा हूं।।

तुम मेरे अलि हो,मै तुम्हारी कली हूं,
चूस लेना मुझको,मै तुम्हारी ही कली हूं।।
बन्द करके रखूंगी,रात भर मै तुमको,
उड़ने न दूंगी तुमको,इतनी न मैं भली हूं।।

पक्का है प्यार हम दोनों का ज्यादा इतना,
टूटेगा न कभी ये,चाहे जोर लगाले जितना।
सात जन्म तक बंधा रहेगा ये बन्धन हमारा,
लिखा है ऐसी स्याही से,कभी न ये मिटना।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।