(भगवान बुद्ध के अवतरण दिवस पर सादर समर्पित )
सत्य अहिंसा परमोधर्म:,
…की बढ़ अलख जगाई।
सदकर्मों से मुक्ति मार्ग की,
…राह परख दिखलाई।
राज मोह को त्याग विश्व को,
…दया धर्म सिखलाकर।
बुद्ध प्रभू ने ..सदाचार की…
धूनी निरख जमाई।।
#अनुपम कुमार सिंह ‘अनुपम आलोक’
परिचय : साहित्य सृजन व पत्रकारिता में बेहद रुचि रखने वाले अनुपम कुमार सिंह यानि ‘अनुपम आलोक’ इस धरती पर १९६१ में आए हैं। जनपद उन्नाव (उ.प्र.)के मो0 चौधराना निवासी श्री सिंह ने रेफ्रीजेशन टेक्नालाजी में डिप्लोमा की शिक्षा ली है।