स्कूली बारहमासी

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एक जुलाई को अब, शाला उत्सव जान।
माथे तिलक लगाइये, शारद का हो गान ।।
पुस्तक दीजे हाथ में,खीर पुड़ी भी साथ।
गुरु शिष्य मिल बांचिये, लेके पुस्तक हाथ।।
कोरोना के कारणे,दो गज रहना दूर।
मास्क मुंह पे बांधके,काड़ा भी भरपूर।।
मास जुलाई लागते,गणवेशा सिलवाय ।
पुस्तक का वाचन करें ,कहते है कविराय ।।
मास अगस्ता मध्य में,लो झंडा फहराय।
खीरपुड़ी का भोज दे,सभी पेट भर खांय।।
सितंबरा में सायकल, देना तुम बँटवाय ।
समग्र अधार योजना, खाता भी खुलवाय।।
अक्टूबर के मंथ में, स्वच्छता अभियान ।
मास नवम्बर छात्रवति ,कहते हैं कवि मसान ।।
दिसम्बरा के अंत में, प्रतिभा पर्व महान।
जनवरीगणतंत्र दिवस,करे राष्ट्र सम्मान।।
फरवरी के अंतमे , पूरे हो सब पाठ।
मार्च परीक्षा लीजिए,मर्यादा के साथ।।
अप्रैल माह में सदा,ऑडिट लो करवाय।
रिजल्ट भी पूरा करो,सबको दो सुनवाय।।
आरटीइ कानून का,सदा करो सम्मान ।
बलिहारी गुरु आपकी, सोलह आना पास ।।
मई महीना ग्रीष्मका,सर्वे घर-घर आन।
बारह मासी गाइये,कहते कवि हैं मसान ।।

डाॅ दशरथ मसानिया
आगर मालवा

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।