फिल्मी सितारे का अस्त होना

0 0
Read Time1 Minute, 21 Second

जाते जाते कुछ कह गए सुशांत,
सुशांत होकर करा अपने को शान्त।
था तनाव में करी क्यो खुद कशी,
मन में नहीं थी शायद कोई खुशी।

दुख है हमे तुम अपने शौक पूरे न कर पाए।
अपनी आखरी मंजिल तक न पहुंच पाए।।
सूना सूना सा लगता हैं ये सारा फिल्मी संसार।
रों रहे सभी आज तुम्हारे फिल्मी नाती रिश्तेदार ।

अल्प अवस्था में क्यो तुमने मृत्यु से नाता जोड़ा ?
अभी तो बहुत करना था क्यो फिल्मों से नाता तोड़ा ?
एक चमकता सितारा क्यो गगन से लुप्त हो गया।
फिल्मी जीवन से इतनी जल्दी क्यों मुक्त हो गया।।

तुम थे पक्के राजपूत और मां के सच्चे सपूत।
करनी पड़ी क्यो तुमको ऐसी कच्ची करतूत ?
लगाया क्यो मौत को गले से ऐसे तुमने ?
अभी तो बहुत कार्य करने थे फिल्म जगत में तुमने।।

प्रश्नों पर प्रश्न उलझते जा रहे
कोई भी प्रश्न न सुलझते जा रहे।
जानना चाहता यह सब कुछ जमाना,
आधी हकीकत है आधा फ़साना।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

Next Post

यादें जीवन की

Mon Jun 15 , 2020
इतनी-सी क्या देर हो गई तुझे , तुम्हें आए कितना दिन हुआ , ऐसे कोई थोड़े जाता है भला क्या , ये जिंदगी कोई खेल थोड़े है , चौतीस यैवन देख चुके तुम , क्या इतना ही ज्यादा हो गई , इस छोटी-सी जिंदगी मे , जीवन क्यों मजबूर हूई […]

पसंदीदा साहित्य

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।