अपने कर्तव्य

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सपना बाजार कुछ सामान लेने पहुँची। उसने दुकानदार को लिस्ट थमा दी और वो भी एक एक के समान निकालने में व्यस्त हो गया।
समान देकर उसने मूल्यसूची सपना को पकड़ा दी… जब तक पैसे की लेनदेन कर सपना व्यवस्थित हुई तब तक दुकानदार ने एक पॉलीथिन थैली में समान समेत पकड़ाते हुए कहा– मैडम!!!! ये लीजिए समान, पर कोई रास्ते में पूछे तो कहिएगा ये पॉलिथीन थैली मैं घर से लाई!!

सपना-क्यों, क्यों भाई, मैं ऐसा क्यूँ कहूँ??????

मैडम!! मेरी दुकान का चालान कट जाएगा ….
सपना–तो क्या आप ये नहीं जानते कि यदि मैं कहूँगी की पॉलिथीन थैली मेरी है तो फिर चालान मेरा भी कट सकता है…. ये कहते हुए उसने अपने पर्स से कपड़े का थैला निकाल कर दुकानदार को दे दिया…. लीजिए इसमें शिफ्ट कीजिये सामान

सपना— क्या हम सिर्फ चालान के डर से पॉलिथीन थैलियाँ प्रयोग न करें!! या इनसे होने वाले नुकसान को ध्यान में रखकर यह कर्तव्य निभाएं।
सरकार की सख्ती से नहीं, हमें खुद अपने आप से सख्ती से निपटने की आवश्यकता है…. अपने और अपने बच्चों के भविष्य के लिए

आप भी थोड़े से मुनाफे के लिए प्रतिबंधित थैलों का उपयोग बन्द करें… देश हित में
भागीदारी निभायें।
दुकानदार सपना को यूँ देख रहा था ज्यूँ सपना किसी दूसरे ग्रह से आया प्राणी हो।
#रजनी रामदेव
न्यू दिल्ली

matruadmin

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