होजाई ।
सर्व हिंदुस्तानी परिषद असम राज्यिक समिति तथा जिला समिति ने होजाई विभूति भूषण गेस्ट हाउस में राष्ट्रीय हिंदी दिवस का आयोजन किया। असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत, राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री सम्मान से सम्मानित साहित्यकार तथा उपन्यासकार डॉ. जय श्री गोस्वामी महंत, रेल राज्यमंत्री राजेन गोहाई , होजाई रविंद्र नाथ ठाकुर विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ. अमलेंदु चक्रवर्ती, सुविख्यात साहित्यकार सह अभियंता डॉ अवधेश कुमार अवध, सर्व हिंदुस्तानी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष गुप्ता, होजाई जिला दिमासा साहित्य सभा के सभापति भोलेनाथ थाउसेन, सर्व हिंदुस्तानी परिषद असम के राज्यिक सभापति राज गुप्ता के साथ परिषद सांगठनिक महासचिव पंकज पान्डे और कई गणमान्य अतिथि व पदाधिकारी उपस्थित रहे । सभा का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रफुल्ल कुमार महन्त ने दीप प्रज्वलित करके किया, साथ ही राष्ट्र गान के बाद सभा के उदेश्य का वाचन होजाई जिला के सभापति प्रो. भृगुनाथ सिंह के द्वारा किया गया।
श्री महंत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी भाषा देश में सबसे अच्छी व मधुर भाषा के रूप में प्रचलित है, हिंदी भाषा के विस्तार के लिए राष्ट्रीय भाषा प्रचार समिति की ओर से हिंदी दिवस से सम्बंधित देश में कार्यक्रम करना चाहिए था पर आज बहुत ही गर्व का विषय है कि सर्व हिन्दुस्तानी परिषद असम ने भव्य रुप से राष्ट्रीय हिन्दी दिवस का आयोजन किया। सभा में उपस्थित डॉक्टर जय श्री गोस्वामी महंत ने सभा को संबोधित करते हुए हिंदी भाषा की महत्ता पर जोर दिया साथ ही हिंदी का हिंदी दिवस के रूप में पालन करने से हिंदी भाषा का महत्व काफी बढ़ जाता है। डॉ अवधेश कुमार अवध ने पूर्वोत्तर भारत और मध्य भारत के मध्य प्राचीन भाषायी सम्बंध को दोहराया। उक्त सभा का संचालन किया होजाई गाँधी विद्यापीठ स्कूल के अध्यापक राजीव शेन गुप्त ने। सभा मे हिंदी दिवस के कार्यक्रम के साथ – साथ कवि संमेलन का भी आयोजन किया गया । जहाँ अनेकों कवियों ने हिंदी भाषा को बढ़ावा देने हेतु स्वरचित कविताओं का पाठ किया। कछाड़ जिला से आये कवि मदन सिंघल, पूर्वी कार्बी आंग्लोंग से समराज चौहान, पश्चिम कार्बी आंग्लोंग से ऋषि केश राॅय, होजाई जिला से प्रो. भृगुनाथ सिंह, होजाई जिले से राजेन ठाकुर, मेघालय से डॉ अवधेश कुमार अवध, लंका से प्रो. राजा राम सिंह, होजाई जिला से विश्वजीत कुमार, कछाड़ से श्याम नंद झा, मनोज साह तथा ब्रिजमोहन प्रसाद। समस्त कवियों को उनकी साहित्यिक उपलब्धि को देखते हुए अंगवस्त्र के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उसके बाद राज्यिक समिति के सभापति राज गुप्ता ने अपने सम्बोधन में कहा कि हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए संस्था अपना सर्वश्व निछावर करने के लिए प्रतिबद्ध है। सभापति राज गुप्ता ने आज सर्वजनिक रूप से यह जानकारी दी की असम हिन्दी साहित्य सभा का पूरे असम में विस्तार करने का कार्य कर करेगी, संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष चन्द्र गुप्ता ने सभी लोगों को हिन्दी के प्रति अपनी आस्था रखने पर धन्यवाद दिया।
अब वह दिन दूर नहीं जब असम को भाषा के “ग’ समूह से निकालने पर विचार करना पड़ेगा। पूर्वोत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अनेकों संस्थाओं द्वारा हिंदी दिवस मनाया जाना इस बात का सकारात्मक संदेश है कि सांस्कृतिक प्रयोगशाला की सात बहनों वाला राज्य समूह हिंदीमय हो रहा है।
#डॉ अवधेश कुमार अवध