भ्रष्टाचार का ज़माना है,
भ्रष्टाचार को हटाना है।
खून-खराबा,मार-काट से,
देश को मुक्त कराना है।
मिटा कर नफरतें सारी,
प्रेम का बिगुल बजाना है।
गरीबी-भूखमरी से लड़कर
भारत, महान बनाना है।
#वासीफ काजी
परिचय : इंदौर में इकबाल कालोनी में निवासरत वासीफ पिता स्व.बदरुद्दीन काजी ने हिन्दी में स्नातकोत्तर किया है,इसलिए लेखन में हुनरमंद हैं। साथ ही एमएससी और अँग्रेजी साहित्य में भी एमए किया हुआ है। आप वर्तमान में कालेज में बतौर व्याख्याता कार्यरत हैं। आप स्वतंत्र लेखन के ज़रिए निरंतर सक्रिय हैं।