श्रीराम भक्त है हनुमान,
शक्ति के पुंज हैं हनुमान।
साहस,वीरता के प्रतीक,
आज भी चैतन्य हनुमान।।
है शिव अवतारी हनुमान,
लाल लंगोट धारी हनुमान।
लाल रंग इनको मन भाए,
अंजलि के लाल हनुमान।।
धीर,वीर,गंभीर हनुमान,
भक्ति की व्याख्या हनुमान।
सीताराम के अनन्य भक्त,
सीने में बसाए हुए हनुमान।।
संकट मोचक नाम हनुमान,
कृपा निधान है वीर हनुमान।
जब मूर्क्षित हुए लक्ष्मण जी,
संजीवनी बूटी लाए हनुमान।।
केशरी पुत्र पवन सुत हनुमान,
अजर -अमर है वीर हनुमान।
पत्थरों पर राम नाम लिखकर,
लंका पहुँच गए प्रभु संग हनुमान।।
#गोपाल कौशल
परिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।