चुनाव का मौसम आया
चौक- चौराहा सजाया।
रंग बिरंगे लोकलुभावन
पोस्टर बैनर और श्लोगन
लोगो को मिलने लगा प्रलोभन।
सबके अपने-अपने वादे हैं
कुछ कर गुजरने के इरादे है।
इस चुनावी मौसम में
जनता भी टटोल रही।
वादे करा-करा कर भी
अपना मुँह ना खोल रही।
वायदो का अम्बार लगा
लुभाने का तरकीब लगा।
तारिकाओ की भी इंट्री हुई
फिर भी कहाँ संतुष्टि हुई ।
जीत हार के बीच फंसा
दिल का घडकन भी बढा।
रोज मुहावरा पढते हैं
टीवी पर भी बकते हैं।
चंद शब्दों के चक्कर में
दिन भर तू तू तू करते हैं।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति