माँ

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babulal sharma
.   …..👀🌹👀…….
माँ जननी सहती धरती सम,
संतति  के अरमान  सजाती।

पेट रखे महिने वह  नौ तक,
प्राण सहेज,सुआस लगाती।

शीत सहे विपदा घन आतप,
काज सभी घर संग चलाती।

संतति हेतु तजे सुख मारग,
देख सपूत  भरे पय  छाती।
.  …..👀🌹👀…….
पूत गये जब देश भले हित,
मात  गुमान  समेत बताती।

भारत मात , सुहाग  रहे यह,
बात जुबान अवश्य जताती।

धीर धरा सम मात सनातन,
शान हमेश, स्वदेश  बढ़ाती।

मात कुमात, बने न संभव,
पूत कपूत जलावत छाती।
.    …..👀🌹👀…….

नाम– बाबू लाल शर्मा 
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः

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