इंदौर।
हिन्दी कविता के महानायक एवं सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन “अज्ञेय” के कालजयी ‘चौथा सप्तक’ में शामिल अग्र कवि राजकुमार कुम्भज जी का जन्मदिवस मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा मनाया गया।
कुम्भज जी हिन्दी कविता के वर्तमान दौर के महानायक है, त्रयी और कई संकलनों के हिस्सेदार है, जिन्होंने अब तक कविता की 28 किताबें लिखी है। आप मातृभाषा उन्नयन संस्थान, मातृभाषा.कॉम और हिन्दीग्राम के संरक्षक है।
कुम्भज जी के जन्मदिवस मनाने हेतु संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.नीना जोशी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं वूमन आवाज़ की संस्थापिका श्रीमति शिखा जैन, प्रदेश महासचिव प्रिन्स बैरागी, रक्तमित्र यश पाराशर, लक्ष्मण जाधव, कुमार संभव कुम्भज, सिद्धार्थ कुम्भज शामिल रहें।