गणतंत्र दिवस

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aashutosh kumarhu

सत्तर साल का गणतंत्र हमारा
मानवता का स्तंभ है।
चार स्तभ्भों पर टिका हुआ
भारत का लोकतंत्र है।

26 जनवरी वह दिवस है
जब संविधान लागू हुआ।
एकता की सूत्र में बँधे रहने का
सभी के विचार पर हावी हुआ।

अनेकता में एकता की फूलवारी
भारतीय संविधान ने निखारी।
भारत को पहचान दिलाती
दुनिया में महान बनाती।

गणतंत्र दिवस पर बच्चो में
राष्ट्र प्रेम की ललक बढाती।
सभी को एक सूत्र में लपेटकर
खुद भारत माता कहलाती।

जन जन के मन में बसा
यह हमारा देश है
रास्ते भले ही बदल जायें हमारे
पर सीने में सभी के
भारत माता की जय है।

“आशुतोष”

नाम।                   –  आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम –  आशुतोष
जन्मतिथि             –  30/101973
वर्तमान पता          – 113/77बी  
                              शास्त्रीनगर 
                              पटना  23 बिहार                  
कार्यक्षेत्र               –  जाॅब
शिक्षा                   –  ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन                 – नगण्य
सम्मान।                – नगण्य
अन्य उलब्धि          – कभ्प्यूटर आपरेटर
                                टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य   – सामाजिक जागृति

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