0
0
Read Time46 Second
मेरा मुल्क मेरा देश ,
अनेकता में एक।
भिन्न भिन्न की बोली यहां पर
अलग अलग भाषाएँ।
जाती अलग है धर्म अलग है
पर एक ही है दिशाएं।
मानवता का धर्म यहां पर
खुशियां रोज मनाएं
क्या हिन्दू क्या मुस्लिम हम
भाईचारा फैलाएं।
ईद दीवाली वैशाखी में लगते यहाँ
पर मेले
क्रिसमिस की है शान निराली
बच्चे संग संग खेले।
बांट नही सकता हमको कोई
हम भारत के रखवाले हैं।
मिटा न सकेगा भाईचारा
हम प्रेम करने वाले हैं।
#अविनाश तिवारीजांजगीर चाम्पा(छत्तीसगढ़)
Post Views:
372