तमगा

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ashok kumar dhoriya
बिटिया अनायास ही मेरे दिमाग को झकझोर कर देने वाला सवाल पूछ उठती है। पापा ; इस धरती पर इंसान की तादात दिन प्रतिदिन सुरसा राक्षसी के मुख की तरह बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद धरती पर वनस्पति, वन्य जीव जन्तु विलुप्त होते जा रहे हैं।कई प्रजातियां तो नष्ट होने के कगार पर हैं।इसका क्या कारण है पापा ?

‘ बिटिया, इसका कारण इंसान ही है ।
इंसान अपने स्वार्थ वश कुदरत को मुट्ठी में लेकर सारे नियम कायदे ताक पर रख देता है ताकि वह कुदरत से बड़ा होने का तमगा भी स्वयं ले सके।
परिचय:-
अशोक कुमार ढोरिया
मुबारिकपुर(हरियाणा)

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