चुनावी व्यंग्य दोहे

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sandeep srajan
दिन प्रतिदिन चढ़ने लगा, राजनीति का रंग।
विनम्र ,अनुशासित हुए ,नेताजी के ढंग ।।
हाथ जोड़ नेता खड़े, जनता है हैरान ।
किसे दिलाए विजय श्री, हर एक परेशान।।
बड़े घोषणा पत्र है, दिन के स्वप्न समान ।
बातों की बाजीगरी,भटकाती है ध्यान ।।
कहते सभी चुनाव में, होगी पक्की जीत ।
हम पिलर कंक्रीट बने, बाकी गारा भीत ।
खुद के झंड़े,ढोल ले , निकले है बाजार।
नेताजी कर जोड़ कर, करवाते सत्कार ।।
नेता आया देख कर, खोले घर के द्वार ।
आश्वासन की माल ले, जनता है तैयार ।।
नेताजी के वायदे, ज्यों मरुथल में नीर ।
है बस रेती की चमक, जो मन करे अधीर ।।
विज्ञापन के साथ में, वादों की सौगात ।
जनता के हिस्से रहे, बाद चुनावी बात ।।
या तो है बाजीगरी,  या है कोई चाल ।
मुद्दे अब भी है वही, बीते सत्तर साल ।।
तरह तरह की बात कर, ठोक रहे है ताल ।
सत्ता के इस समर में, शकुनि चलेंगे चाल ।।
बस विकास के नाम पर, सभी मांगते वोट ।
सत्ता की शतरंज पर, वही पुरानी गोट ।।
शब्द पुष्प मुख से झरे,हाथ जोड़ मुस्काय ।
वोटर सन्मुख देख कर, नेता जी हर्षाय ।।
कहीं फूलों की माल है, कहीं फलों के तोल ।
नेताजी मिश्री हुए, जनता शक्कर घोल ।।
चाहत सत्ता की बड़ी,भूले सभी उसूल ।
कल तक पंजा साथ था ,आज कमल का फूल ।।
वोटर की चिंता बढ़ी , किसको दे वो वोट ।
मोच पुरानी है अभी, लगे नहीं फिर चोट ।।
#संदीप सृजन
उज्जैन

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।