दिन प्रतिदिन चढ़ने लगा, राजनीति का रंग। विनम्र ,अनुशासित हुए ,नेताजी के ढंग ।। हाथ जोड़ नेता खड़े, जनता है हैरान । किसे दिलाए विजय श्री, हर एक परेशान।। बड़े घोषणा पत्र है, दिन के स्वप्न समान । बातों की बाजीगरी,भटकाती है ध्यान ।। कहते सभी चुनाव में, होगी पक्की […]