मैं हिन्दी हूँ
हिन्दुस्तान हूँ
मैं सबकी आवाज हूँ
उत्तर ,दक्षिण ,पूरब, पश्चिम
की शरहद नहीं
मैं कण- कण की पहचान हूँ
मैं हिन्दी हूँ
हिन्दुस्तान हूँ।
है इतिहास निराली अपनी
जो कभी न मिटने वाली
क्षेत्रवाद की बेड़ियो में
मै न जकड़ने वाली
राष्ट्र का प्रतीक हूँ
कहानियों कविताओ से
सब का मुरीद हूँ
मैं हिन्दी हूँ
हिन्दुस्तान हूँ।
मैं ही संस्कार हूँ
मैं सभ्यता की पहचान हूँ
लाख कोशिश की है
भुलाने की मुझको
फिर भी अपने स्थान पर
विराजमान हूँ
मैं हिन्दी हूँ
हिन्दूस्तान हूँ।
कोई जाति मजहब नहीं
राष्ट्र के मस्तक पर
राष्ट्रभाषा की चमक विखेर रहा
भटके हुए मुसाफिरों को
कहानी उपदेशों से
राह दिखाता हूँ
सम्हल कर शूरवीरो में
नाम दर्ज कर जाता हूँ
मैं हिन्दी हूँ
हिन्दुस्तान हूँ।
कितने आये और चले गये
सब मुझ पर आँख तरेर गये
सहनशक्ति की खान
हिन्दुस्तान की शान
फिर भी न मुझको अभिमान है
मैं हिन्द की पहचान हूँ
मैं हिन्दी हूँ
हिन्दुस्तान हूँ।
एक बार जो मुझको भाता
मैं उससे लिपट जाता
मुझमें डूबकर वो
मेरा हो जाता
ना अचम्भा ना निकम्मा
सबके लिए मै बना रहूँगा खंभा
मैं विरासत की धरोहर हूँ
मैं हिन्दी हूँ
हिन्दुस्तान हूँ।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति