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कभी कभी जब मैं ज़िद पे आ जाता हूँ,
सुनता नहीं किसी की और अड़ जाता हूँ
पर सामने मेरे जब वो आ जाती है,
मेरी हालत भीगी बिल्ली सी हो जाती है,
समझाती मुझको, डाँटती और मुस्कराती है,
मां नहीं पर मां जैसा रुआब दिखाती है,
चाहता हूं मैं भी और वो मेरी चहेती है,
कोई और नहीं मेरी प्यारी सी बेटी है।
कोई और नहीं मेरी प्यारी सी बेटी है।
#हरभगवान शर्मा”हरि”कैनेडा
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