1.
मत की ताकत है बड़ी,समझ लेय मन माय।
एक वोट से हार हो , उनसे पूछो जाय।।
2.
ईंट एक से एक जुड़,बने महल आकार।
एक एक मत से बने ,प्रजातंत्र सरकार।।
3.
भावुकता में मत करो ,कभी यार मतदान।
बिना विचारे फैसला ,होती खुद की हान।।
4.
उंगली पर स्याही लगे, यही वोट पहचान।
वरना मुँह कालिख लगे,खोटे ग्रहे समान।।
5.
सावचेत होजा सखे, औरों को दे सीख।
मत देना अधिकार है,वोट नहीं है भीख।।
6.
दल के बंधन में पड़े, अनचाहे हो लोग।
अपना मत न दीजिये, कर नोटा संजोग।।
7.
बड़े छोट नेता बनेे,मतदाता की आस।
बुरे कभी न वोट दें,बने गले की फाँस।।
8.
वादे करे लुभावने,फिर पाछे नहि आय।
उनको वोट न दीजिए,भेजो धूल चटाय।।
9.
वोट हमारा कीमती,सोच समझ कर देय।
दौर चुनावी है यहाँ, भल नेता चुन लेय।।
10.
ठीक परख मतदान कर,अंतर्मन समुझाय।
एक बार की चूक से, पाँच साल पछताय।।
नाम– बाबू लाल शर्मा
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः