सिंह वाहिनी बेटी को बनना होगा

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nisha gupta
मंदसौर पर व्यथा…………
नही चाहिए कोमल काया बेटी को वज्र बनाना होगा
हाथ खड्ग ले बैठ सिंह पर अब उसको आना होगा
पूजा जाता है जहां कन्या को त्यौहारों पर
वहीं करते पुरुष निरादर नन्ही नन्ही जानो पर
माता के पूजन का विधान पुरुष को करना था
पैर पखार आई लक्ष्मी का ध्यान उन्हें ही धरना था
अब नन्हीं नन्हीं कलियां नोचें शर्म न उनको आती है
सोच हो गई कितनी विकृत शर्म मुझे आ जाती है
कैसे जन्म ले अब कोई नन्ही  मन मेरा घबराता है
घर में भी अब नही सुरक्षित उसका कहाँ ठिकाना है
कुछ तो यत्न करो अब मिल कर इस पीड़ा को दूर करो
बेटी सबकी हो सुरक्षित सांझे चूल्हा का फिर चलन करो
ताऊ चाचा मामा मौसा जीजा फूफा रिश्तों का कुछ मान धरो
बेटी तुम्हारी सबकी बेटी भावना अब ये घर घर में हो
फिर से अलख जगाए मिलकर ,मिलकर फिर कुछ काम करे
रिश्तों की मर्यादा का घर से शुरू सम्मान करें
धन्य हो जाएगी जन्मदायनी उसको गर सम्मान मिले
जन्म वत्सला का हम सब मिलकर अब ध्यान धरे
सभ्यता और संस्कृति को आओ बचाये हम मिलकर
वासुदेव कुटुम्भकम्भ का मिल कर हम विस्तार करे
पाश्चात्य में  डूब बेटियों पर जो जुल्म करते हैं
उनको सबक सिखाने का अब सब मिलकर यत्न करें
    #निशा गुप्ता
वर्तमान/स्थायी पता   देहरादून उत्तराखंड
 
 शिक्षा     MSc (Chemistry)
 जन्म एवं जन्म स्थान.     11 जुलाई, मुज़फ्फरनगर 
                                           उत्तर प्रदेश
 व्यवसाय।                    गृहणी
 
प्रकाशन विवरण :
1   सेवा प्रसून, आगरा  से प्रकाशित पत्रिका
2    हिमालय हुंकार,     देहरादून से प्रकाशित पत्रिका 
3    राजवंश समाज ज्योति, मेरठ से प्रकाशित पत्रिका
4     हिंदी सागर त्रिमासिक पत्रिका 
5        नारी काव्य सागर 
सम्मान का विवरण (यदि कोई हो तो दें)
1 श्रेष्ठ कवयित्री सम्मान से सम्मानित 
2 नारी सागर सम्मान 
3 काव्य पाठ स्वदेशी मंच देहरादून 
 4 काव्य पाठ छात्र संगठन सप्ताह देहरादून में 
5 अखिल भारतीय अग्रवाल राजवंश सभा में काव्य पाठ 
 
11- संस्थाओं से सम्बद्धता
 
1  मंत्री वैश्य अग्रवाल राजवंश महिला सभा ,देहरादून 
 
2  प्रंतीय महिला प्रमुख व श्रवण बाधित प्रकोष्ठ प्रभारी 
उत्तराखंड 
 
3  स्वस्तिक सेवा सोसाइटी में सब्जेक्ट एक्सपर्ट 
नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत स्कूलों में बच्चो से वार्ता 
 
4   पूर्व मीडिया प्रभारी 
सेवाभारती, देहरादून
 
5    प्रांतीय वर्ग बौद्धिक प्रमुख   2016 
 
6    सदस्य विद्योत्मा विचार मंच देहरादून
 
7   पूर्व संस्थापिका गार्गी किशोरी विकास केंद्र देहरादून 
 
8  कौशल विकास् प्रशिक्षण   वर्ग सयोंजक 
स्वामी विवेकान्नद सेवा संस्थान पंजिकृत 
देहरादून उत्तराखन्ड।  
 

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।