भोपाल। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग की पुरस्कार योजना वर्ष 2018, 2019, 2020 एवं 2021 के अखिल भारतीय और प्रादेशिक पुरस्कारों का अलंकरण समारोह 25 जुलाई, 2023 को रवीन्द्र भवन, भोपाल में आयोजित है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के मुख्य […]

संघर्ष का दूसरा नाम कविता- सूर्यपाल सिंह शब्दों की विरासत है कविता – डॉ. प्रेरणा ठाकरे इन्दौर। कवि सम्मेलन शताब्दी वर्ष निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान व डॉ. कुँअर बेचैन स्मृति न्यास, ऑस्ट्रेलिया द्वारा काव्य कुँअर व काव्य दीप सम्मान समारोह का आयोजन शनिवार को इन्दौर प्रेस क्लब में सम्पन्न हुआ। […]

जन्म जयंती विशेष: ✍🏻 डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ यश का फैला हुआ घना वन यदि किसी औषधि को आमंत्रण देता है, कवि सम्मेलनों की आत्मा कहीं कोई पुकार देती है, शब्द जहाँ कहीं भी सुमधुर तान छेड़ते हैं, तो हाइकु और ग़ज़ल कभी एक जगह क़िस्सागोई करते हुए मिलें, कभी […]

नीमच। कवि सम्मेलन शताब्दी वर्ष के निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी कवि सम्मेलन परम्परा के महनीय हस्ताक्षरों को स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित किया जाता है, इस कड़ी में नीमच की डॉ. प्रेरणा ठाकरे को शनिवार को इन्दौर प्रेस क्लब में सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि […]

कवि सम्मेलन के शताब्दी वर्ष निमित्त मंचीय कवियों का होगा सम्मान इन्दौर। कवि सम्मेलन शताब्दी वर्ष निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान व डॉ. कुँअर बेचैन स्मृति न्यास, ऑस्ट्रेलिया द्वारा काव्य कुँअर व काव्य दीप सम्मान समारोह का आयोजन शनिवार, शाम को 4.30 बजे से इन्दौर प्रेस क्लब में किया जा रहा […]

आदिलाबाद। तेलंगाना राज्य के दशक समारोह के तहत रविवार शाम आदिलाबाद जिला परिषद समावेश मंदिर में तेलंगाना साहित्य दिवस के अवसर पर तेलंगाना की शख्सियतों और शहीदों के बलिदान के बारे में कवि सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन जिला कवियों द्वारा किया गया। जिला कलेक्टर राहुल राज व जिला परिषद अध्यक्ष […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।