आओ दहन करें इस होली, ‘मैं’ का..अहम्,वहम का। रिश्ते नाते,फिर रंग डालें, यही सही समय,जीवन का। आओ दहन करें,इस होली, ‘मैं’ का..अहम, वहम का। डाह होड़ को,छोड़ करें, साधन ह्रदय,मिलन का। आओ दहन करें,इस होली, ‘मैं’ का..अहम, वहम का। लाल हरा,पीला सब ले लें, हर रंग हम जीवन का। आओ […]
काव्यभाषा
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