ओलंपिक 2020 टोक्यो में 141 वर्षों के सूखे के बाद एक घनघोर वर्षा हुई भारत ने अपना पहला स्वर्ण जैवलिन थ्रो अर्थात भाला फेंक में जीता यह स्वर्ण पदक एथलीट में 1920 के बाद जीता गया पहला स्वर्ण पदक था 7 अगस्त 2021 की तारीख इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में […]

भारत ने एक बार फिर विश्व को अपनी ओर आकर्षित ही नहीं किया बल्कि अपनी संस्कृति और कला का लोहा भी मनवाया।तेलंगाना के रामप्पा मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया जाना एक तरफ भारत के लिए गौरव का पल था तो विश्व के वैज्ञानिकों के […]

इस्कॉन मंदिर अयोध्या द्वारा आयोजित ऑन लाइन गीता डिप्लोमा कोर्स 18 दिन दिनांक 2 जून 2021 से दिनांक 20 जून 2021 तक यू ट्यूब पर जीव जागो चैनल पर रोजाना एक घंटे तक 18 दिन चला था, जिसमें गांधीनगर के साहित्यकार एवं सामाजिक कार्य कर, अध्यक्ष महात्मा गांधी साहित्य मंच […]

लोक पर तंत्र के नियंत्रक बनकर स्थापित होने के लिए राजनैतिक दलों में दाव-पेंच की कसरत चल रही है। जाति के आधार से लेकर वर्गो में विभाजित करने की नीतियां सामने आ रहीं है। नागरिकों को मुफ्तखोर बनाकर निकम्मा करने की मंशा चरम सीमा पर है। शिक्षा, स्वस्थ, परिवहन, भोजन, […]

पुस्तक समीक्षा लेखक– श्री अनिल कुमार यादव (कविता संग्रह) प्रकाशक – बोधि प्रकाशन, सी-46 सुदर्शनपुरा इंडस्ट्रियल एरिया एक्सटेंशन नाला रोड, 22 गोदाम, जयपुर – 302006 पृष्ठ – 120 मूल्य – एक सौ पच्चास रुपये अपनी पत्नी नीलम को समर्पित ‘कुछ कदमों का साथ’ कविता संग्रह की कविताएँ कवि के अनुभवों […]

कभी गली का गुंडा हुआ करता था हरेराम । एक दिन नेताजी के कार्यक्रम में पूडी-सब्जी खाने के लिये चला गया और फिर उसी दिन से हरेराम नेताजी की पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता बन गया । अब हरेराम के गले में पार्टी का गमछा होता और माथे पर एक हाथ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।