पुस्तक विमोचन एवं चर्चा आयोजित इन्दौर । संस्मय प्रकाशन द्वारा रविवार को लालित्य ललित के व्यंग्य संग्रह *पाण्डेय जी छज्जे पर’ का विमोचन एवं लेखिका अदिति सिंह की पुस्तक खामोशियों की गूँज पर चर्चा का आयोजन प्रेस क्लब सभागार में अपराह्न चार बजे किया जाएगा। इस आयोजन में विशिष्ट अतिथि […]

नर्मदा साहित्य मंथन का निष्कर्ष बहुत बड़ा होगा इंदौर। माँ अहिल्या की राजधानी ,आदि शंकराचार्य एवं मंडन मिश्र की शास्त्रार्थ भूमि ,माँ रेवा के तट पर बसी एतिहासिक और धार्मिक नगरी महेश्वर में साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश एवं विश्व संवाद केंद्र मालवा ने संयुक्त रूप से एक कार्यक्रम की योजना की […]

कागज़ पर कलम से खुद को सींचना यानी अदिति भादौरिया की कविताएं -कमलेश भारतीय अदिति भादौरिया फेसबुक पर मिलीं और पाठक मंच से भी जुड़ीं। एक पत्रिका की सहसंपादिका भी बनीं और लघुकथा में भी सक्रिय हैं। पहला पहला कविता संग्रह आया है- खामोशियों की गूंज। आखिर इन खामोशियों की […]

चार दिन जिंदगी है सुना था मगर तीसरा दिन गया है बिना बात के… जब कोई ऐसा काम करना पड़े जिसका मन न हो तो आँखे खिड़की के बाहर कहानियाँ तलाशती हैं। एक ऐसे ही दिन खिड़की के बाहर मैंने देखा गुलमोहर का पेड़ और 3 घंटे तक कल्पेश जी […]

हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह सम्पन्न हिन्दी में हस्ताक्षर करना गर्व का कार्य- डॉ. वैदिक हिन्दी का गौरव यज्ञ है अलंकरण इंदौर। इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित आज हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह में वरिष्ठ पत्रकार एवं विचारक श्री कृष्णकुमार अष्ठाना एवं वरिष्ठ कथाकार व लेखिका डॉ. कृष्णा अग्निहोत्री को मातृभाषा उन्नयन […]

हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह रविवार को इंदौर। हिन्दी भाषा के विस्तार और विकास के लिए हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्ध ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ का प्रतिष्ठा प्रसंग रविवार को राजेन्द्र माथुर सभागार, इन्दौर प्रेस क्लब में अपराह्न 4 बजे से हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह आयोजित किया जाएगा। जिसमें मुख्य […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।