युवाओं की ऐसी पौध ही कवि सम्मेलन का भविष्य- डॉ. दवे प्रतियोगिता में रुद्र प्रथम, सक्षम द्वितीय और मनीष रहे तृतीय। इन्दौर। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के प्रकल्प नवरस का काव्य उत्सव रविवार को इंदौर प्रेस क्लब के राजेन्द्र माथुर सभागार में आयोजित हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के निदेशक […]

दिल्ली । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत संस्थान मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा गंतव्य संस्थान के संस्थापक एवं हिन्दी सेवी डॉ. अरविंद त्यागी को भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा द्वारा दिया गया। ज्ञात हो कि डॉ. […]

दिल्ली । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत संस्थान मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा ख्यात ग़ज़लकार एवं हिन्दी सेवी मंगल नसीम को भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा द्वारा दिल्ली में दिया गया। ज्ञात हो कि मंगल नसीम […]

डॉ. बेचैन के प्रथम पुण्य स्मरण पर स्मरण सभा आयोजित डॉ. बेचैन जी की अनुभूतियाँ हमारे साथ- गौरव साक्षी इन्दौर । मातृभाषा उन्नयन संस्थान व डॉ. कुँअर बेचैन स्मृति न्यास, ऑस्ट्रेलिया द्वारा संयुक्त रूप से इन्दौर, मध्यप्रदेश में डॉ. कुँअर बेचैन जी के प्रथम पुण्य स्मरण पर स्मरण सभा रखी। […]

नीहार गीते के कहानी संग्रह मेहंदी लिया मोतीझील से के विमोचन सम्पन्न इंदौर। ‘जो नहीं कहा गया, उसको कहने का उपक्रम है कहानी।साहित्यकार ने परकाया में प्रवेश कर लिखा।’ यह बात वरिष्ठ कवि एवं कुशल संचालक श्री सत्यनारायण सत्तन के हैं, जो उन्होंने वरिष्ठ कथाकार नीहार गीते के कहानी संग्रह […]

संस्मय सम्मान से श्रीमती मंगल सम्मानित इन्दौर। संस्मय प्रकाशन द्वारा आयोजित पुस्तक विमोचन व सम्मान समारोह में लेखिका प्रेम मंगल द्वारा लिखित संस्मय प्रकाशन द्वारा प्रकाशित तीन पुस्तक पैमाना(कहानी संग्रह), गर भूख न होती(काव्य संग्रह)और दीया मेरी भावना का(काव्य संग्रह) का विमोचन वरिष्ठ पत्रकार मुकेश तिवारी के मुख्य आतिथ्य में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।