गीता का सार

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कुरुक्षेत्र की भूमि पर गिरा हर वो शख्स कृष्ण थे,
गदा धनुष विलीन भाल देह रक्त कृष्ण थे।
पार्थ के सारथी कर्ण के भी मित्र थे ।
युधिष्ठिर की प्रतिज्ञा तो दुर्योधन का लक्ष्य थे ।

पांडवों की जीत कौरवों की हार थे
रण क्षेत्र में चारों तरफ भगवान ही भगवान थे
द्रौपदी के अपमान का वहीं तो सामान थे,

द्रोण की वो शक्ति कृष्ण
गुरुओं की भक्ति कृष्ण
माँ की आँखों से झलकते अक्स भी तो कृष्ण थे

गीता ज्ञान, धर्म स्थापना,
अधर्म का विनाश भी तो कृष्ण थे।
किस किस को मैं गिनाऊ,

धर्म युद्ध का हर किरदार ही तो कृष्ण थे
काल भी कृष्ण थे महाकाल भी कृष्ण थे ।

कवि हर्षित अशोक मालाकार

बांगरदा (खरगोन)

परिचय-

हर्षित मालाकार

हर्षित अशोक मालाकार गांव में पले बड़े है । उस छोटे गांव से लेकर इन्होंने अपनी मेहनत से मुंबई तक का सफर तय किया इन्होंने मिर्ची प्लस में कई सारी कहानियां लिखी और मुंबई में मराठी नाट्य में इन्होंने बतौर राइटर काम किया है। अपने गांव बांगर्दा का नाम रोशन किया है।

इन्होंने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ( चमेली देवी कॉलेज ) से कंप्यूटर इंजीनियरिंग का अध्ययन किया और इंदौर के कई कॉलेज में बतौर संचालक के रूप व एक कवि के रूप में मंच साझा किए है ।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।