साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखक को एक लाख रुपये की नकद राशि, शॉल और ताम्रफलक प्रदान किया जाता है। पुरस्कार वितरण समारोह 12 मार्च 2024 को आयोजित किया जाएगा दिल्ली। हिन्दी के वरिष्ठ कथाकार संजीव को इस वर्ष के साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है। साहित्य अकादमी […]

दिल्ली। अमृत महोत्सव वर्ष में ट्रू मीडिया समूह हरिद्वार में ट्रू मीडिया हरिद्वार साहित्य महोत्सव -2023 में मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व मातृभाषा डॉट कॉम की सह सम्पादक भावना शर्मा को हिन्दी के प्रचार-प्रसार व उत्कृष्ट साहित्य सेवा के लिए ’भागीरथी साहित्य सम्मान’ से सम्मानित किया गया। […]

भावना शर्मा मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व मातृभाषा डॉट कॉम की सह सम्पादक हैं दिल्ली। भारत की आज़ादी के अमृत महोत्सव वर्ष में ट्रू मीडिया समूह हरिद्वार में हर की पौड़ी सनातन धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थल पर साहित्य, कला, संस्कृति की अलख जगाने के लिए 16 […]

*सूफी दर्शन की प्रतिनिधि कृति बच्चन जी की ’मधुशाला’-डाॅ. कल्पना पुरोहित* इन्दौर। श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति, इन्दौर में कालजयी साहित्यकार स्मरण श्रृंखला की 35वीं कड़ी में हिन्दी के सुपरिचित कवि विशेषकर छायावादी कवि डाॅ. हरिवंशराय बच्चन को आदर के साथ याद करते हुए उनके साहित्य कृतित्व और व्यक्तित्व पर […]

इंदौर। मतदान के प्रति रुचि बनाने के उद्देश्य से मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा ख़बर हलचल न्यूज़ के माध्यम से संचालित ‘उँगली पर सजाएँगे लोकतंत्र अभियान’ के अंतर्गत कविता लेखन प्रतियोगिता आयोजित को गई, जिसमें इन्दौर की लेखिका मणिमाला शर्मा विजेता रहीं। मातृभाषा डॉट कॉम के सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ […]

याद आता है वो नीम का पेड़ ठंडी हवा के झोंके निंबोलियों की पट-पट ठंडे पानी से भीगा गमछा कभी सिर, कभी पैरों को ठंडक देता गर्मी के तेवर ठंडे करता नाना का रेडियो कान के पास बजता विविध भारती का संगीत फ़रमाइशों की झमाझम कालिदास के मेघदूत सम प्रियतमा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।