किताबें! किताबें ज्ञान का भंडार होती हैं किताबों में छीपे रहते हैं अनगिनत अल्फाज, किताबें अज्ञानता को दूर करती हैं जरा इनसे मित्रता तो करो, किताबें बहुत कुछ देती हैं। किताबें! किताबें  समुद्र जैसी होती हैं इनमें समाहित होते हैं बहुमूल्य रत्न किताबें दूर कर देती हैं समस्त समस्याओं को […]

राधे-राधे बोलिये,राधे में आधार। राधे रूपी जापना,राधे में संसार।। राधे वाणी राखिये,राधे से यशगान। राधे दी है जिंदगी, राधे में बलिदान।। राधे मे है एकता, राधे में घनश्याम। राधे की सारी कृपा,राधे से हर काम।। राधे का सुमिरन करें,राधे बड़ी महान। विपदायें राधे हरे,राधे नहिं अनजान।। #नवीन कुमार भट्ट परिचय […]

 समाज हमेसा से दो भागों में बंटा रहा है ,एक अच्छे लोगो मे दूसरा अच्छेपन का दिखावा करने वाले लोगो मे । समाज हमेसा दोहरे मापदंड तय करता है ,और यही समाज का असली रूप है। किसी व्यक्ति का रंग उसके व्यक्तित्व का परिचायक नही हो सकता ,पर सामाजिक रूप […]

साहित्य में क्षेत्रीय बोलियों का बोलबाला न हो तो वह नीरस सा हो जाता है | जी हाँ मैं आँचलिक भाषा के महत्व व विकास की ओर आप सभी का ध्यानाकर्षण चाहूँगा | मेरे पुरोधा आ० शिवपूजन सहाय जी ने पहली बार देहाती दुनिया लिख कर आँचलिक उपन्यासकारों की कतार […]

साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन माह के प्रथम रविवार को मनाया जाता है जिसमें क्षेत्रीय बोली में कवियों की प्रस्तुति होती है,साहित्य का यह कार्य अद्वितीय व सराहनीय है।देश के कोने कोनें से कवि मनीषियों ने कार्यक्रम को सफल बनाये जिन्हें साहित्य संग संस्थान द्वारा क्षेत्रीय […]

साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन माह के प्रथम रविवार को मनाया जाता है जिसमें क्षेत्रीय बोली में कवियों की प्रस्तुति होती है,साहित्य का यह कार्य अद्वितीय व सराहनीय है।देश के कोने कोनें से यह आयोजन में जुटेगे 7 अप्रैल 2019 को मनाया जायेगा  कवि मनीषियों की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।