अन्याय न्यायालय में,कैसी सब प्रथा चली, न्याय मिल रहा नहीं,अब तो हटाओ जी। सांच घात कर रहा,मानवतावाद पर, इसके निदान हेतु,कुछ तो जताओ जी। सत्य मेव जयते का,ईमान क्यों डोल उठा क्या थी मजबूरी अब,सभी को बताओ जी। संविधान का आधार,बेच क्यों देते सब कोई तो उपाय सभी,ओर से लगाओ […]

जब भी होने लगती है अंधेरों से दोस्ती, माँ खोलती है आंखें और उजाला बन जाता है l   कमाल का जादू है माँ तेरे इस आंचल में, छुप कर हर इन्सान इसमें बच्चा बन जाता है l   सजदे करते हैं सब लोग हमेशा खुदा के, माँ की जुबां का शब्द […]

1. बसा है जो मेरे मन में वो अब कहने की बारी है    कि मेरे दिल के आईने में बस सूरत तुम्हारी है    जो पूछा मैंनें यारों से बताओ क्या हुआ है ये    कोई कहता मोहब्बत है कोई कहता बीमारी है 2 नहीं आता समझ में ये […]

निगरानी के हत्थे चढ़कर नेता और अफसर जाते बापू अगर जिंदा होते तो ये देखकर मर जाते सपना देखा था बापू ने अपना भारत हो सुंदर नेता अफसर जन सेवा को चौबीस घंटे हों तत्पर काम करें कर्मठता से सब सबका एक सम्मान बने सत्य ईमान की हो पूजा और […]

होते खुश दीना नाथ रहो सदा साथ-साथ करो नित खुले हाथ *दान ही महान है।* कभी नहीं भेद करें यही सदा वेद कहे नीर नहीं छेद करें *दान ही जहान है।* कर्म नेक दान होये आन वान शान होये चहुँ ओर गान होये *दान ही उत्थान है।* कहें सारे धर्म […]

साहित्य संगम संस्थान सबका प्रयास, सबका विश्वास, सबका विकास पर कार्य करते हुए सबको सहभागिता का सुअवसर प्रदान करता है । इसी आधार पर देश के विविध प्रांतों के विविध वर्गों से जुड़े साहित्यकार साहित्य संगम संस्थान का वार्षिकोत्सव २ जून को तिनसुकिया में साझा आर्थिक सहयोग कर करा रहे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।