हिन्दुस्तां वतन है

0 0
Read Time2 Minute, 0 Second
pushpa sharma
हिन्दुस्तां वतन है,
अपना जहां यही है।
यह आशियाना अपना जन्नत से कम नहीं है॥
उत्तर में खड़ा हिमालय रक्षा में रहता तत्पर।
चरणों को धो रहा है,दक्षिण
बसा सुधाकर।
मलयागिरि की शीतल समीर बह रही है।
हिन्दुस्तां…,
यह आशियाना…॥
फल-फूल से लदे तरुओं की शोभा न्यारी।
महकी हुई है प्यारी केसर की खिलती क्यारी,
कलरव पखेरुओं को तितली उछाल रही है।
हिन्दुस्तां…,
यह आशियाना…॥
अनमोल खजानों से वसुधा
भरी है सारी।
खेतों में बिखरा सोना होती
है फसलें सारी,
ये लहलहाती फसलें खुशियाँ लुटा रही है।
हिन्दुस्तां…,
यह आशियाना…॥
मिट्टी में इसकी हम सब पलकर बड़े हुए हैं।
आने न आँच देंगे,ऐसे ही प्रण लिए हैं,
मिट जाएं हम वतन पर
तमन्ना यह रही है।
हिन्दुस्तां वतन है अपना,जहां यही है।
यह आशियाना अपना
जन्नत से कम नहीं है॥
              #पुष्पा शर्मा 
परिचय: श्रीमती पुष्पा शर्मा की जन्म तिथि-२४ जुलाई १९४५ एवं जन्म स्थान-कुचामन सिटी (जिला-नागौर,राजस्थान) है। आपका वर्तमान निवास राजस्थान के शहर-अजमेर में है। शिक्षा-एम.ए. और बी.एड. है। कार्यक्षेत्र में आप राजस्थान के शिक्षा विभाग से हिन्दी विषय पढ़ाने वाली सेवानिवृत व्याख्याता हैं। फिलहाल सामाजिक क्षेत्र-अन्ध विद्यालय सहित बधिर विद्यालय आदि से जुड़कर कार्यरत हैं। दोहे,मुक्त पद और सामान्य गद्य आप लिखती हैं। आपकी लेखनशीलता का उद्देश्य-स्वान्तः सुखाय है।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

जयहिन्द बनाने की बात कर

Thu Feb 1 , 2018
कब तक रुलाओगे हंसाने की बात कर। अब छोड़ कत्लेआम बचाने की बात कर। गौर से  तू  देख जो  थमा रहा  है पत्थर, शत्रु है,काट शीश या कटाने की बात कर। रोटी न अब पकेगी मजहब की आग पर, अब हिन्द को जयहिन्द बनाने की बात कर। कश्मीर  अपनी शान […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।