सुनो कल करवा चौथ है, आप जल्दी आजाना, बाजार से सामान लाना है। अनुभा ने थोड़ा जोर से बोलकर कहा। ठीक है, कोशिश करता हूँ अनीश का स्वर धीमा था। अपना बैग लेकर वह आफिस के लिये रवाना होने लगा । माँ खाट पर बैठी पूजा के […]
शिशु के जन्म के बाद जीवन रक्षण हेतु जननी के दूध की बूँद अमृत है। बालक की बढती कोंपल सी कितनी कोमल है छोटी ,परवश देह माँ का मृदु प्यार भरा स्पर्श अमृत है। मात- तात परिजन समाज साथ सीखता, चलना ,बोलना पनपते पौधे को ज्यों हवा, पानी, धूप, खाद […]
दिवंगत पुज्यों के प्रति समर्पण, श्रद्धा से करते श्राद्घ में तर्पण। देह नश्वर आत्मा है अविनाशी, पुनर्जन्म के हम हैं विश्वासी। श्रद्धा से अर्पित कर पितरों की, सब सदा कृपा चाहा करते। अन्न धन करते दान विविध , काकों को भी बुला जिमाते। आत्म शान्ति हित तीर्थों में, होता पितृ […]
पिता संभालते, घर परिवार उनसे घर का, सुखी संसार। घर बाहर की, चिन्ता रखते वो घर के, सच्चे कर्णधार। वो अर्थ धुरी, बनकर रहते हर संभव, सुविधाएं देते। दृढ निश्चय, उत्साह अडिग, सहते अभाव, न कुछ कहते। पिता विशाल, बरगद स्वरूप फैली छाया का ,सुखद रूप। नीड़ों में, सुरक्षित बाल […]
हमारी भारतीय संस्कृति के त्यौहार । जुड़े हैं पावन गाथाओं से। रक्षा बंधन के साथ भी बँधा बलि का दान, मान, व्यवहार। वामन बन ,विष्णु ने लिया तीन पाँव धरती का दान। पर नापते समय हुए, त्रिविक्रम। बंधन बलि का, समर्पण शीश का प्रसन्न हो दिया, सुतल का राज्य। वर […]
रेशम के धागों में भरा हुआ बहना का प्यार। भाई के जीवन में राखी अनोखा सुन्दर सा उपहार। रोली तिलक सिर पर लगाकर मुँह मीठे की रस्म निभाकर बाँधी कलाई पर राखी बहना ने। आई सुन्दर सुखद बहार। रेशम के ……। स्नेहिल आँखें सजल हो रही ना कहकर भी बहुत […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।