Read Time26 Second
दर्द सीने में वो,
हर पल झेलता रहा।
वो बहादुर सैनिक था,
जो रातभर लड़ता रहा..॥
देख रहे थे सब,
बहादुरी उसकी।
वो दुश्मनों के बीच,
गोलीबारी से खेलता रहा..॥
ताकत थी उसमें तो,
दुश्मनों से भिड़ गया।
वो था बहादुर सैनिक,
जो तिरंगे के आगे झुक गया॥
#विनोद बैरागी वैष्णव
Post Views:
659
Thanks, it’s quite informative
I like the article