चलो चलें देखने आस्था की भीड़,
नदी-तलाबों,जलाशय पे उमड़ रही है…
दुल्हन बनी है आज प्रकृति,फिजाएं,
मन को लुभा रहा है मनभावन दृश्यl
चलो चलें देखने….ll
सजे हैं घाट कितने मनोहर,
मीठे-मीठे फल-पकवानों से…
कर रहे नमन सभी जन मिलकर,
हो रहे अस्तगांचल रवि कोl
चलो चलें देखने….ll
उपवास किए बिना जल के,जल मध्य खड़े हैं अर्ध्य देने दिनकर को… कर रहे प्रतीक्षा सभी उपासक, प्रथम किरण उदय होने भास्कर कोl चलो चलें देखने….ll
त्यौहार नहीं ये जाति-धर्म का कोई,
है सभी जीव प्राणी-प्राणी का…
देती है सदा एक-सा वरदान प्रकृति,
सकल सृष्टि जनजीवन कोl
चलो चलें देखने आस्था की भीड़ll
परिचय : माधव कुमार झा दिल्ली के जहाँगीर पुरी में रहते हैं l आपकी जन्म तिथि २० अगस्त १९९२ तथा जन्म स्थान-गांव धेरूख पोस्ट बेनीपुर(बिहार) है l