जयति जय जय मां सरस्वती जयति जय वीणावादिनी आए हैं हम शरण तेरी अज्ञान दूर कर मातु मेरी हे हंसवाहिनी शारदे कृपादृष्टि कर हे विमले पड़ती जिस पर मां तेरी परछाई जग करता नित उसकी प्रशंसा चाहे दुश्मन बने सारा जमाना होता ना उसका बालबांका हे ब्रह्माणी मां भगवती जयति […]

मैया तेरे चरणों में थोड़ी सी जगह जो मिल जाए सच कहता हूं मेरी मैया जीवन सफल हो जाए कृपा दृष्टि तेरी मैया जिस पर भी हो जाए सच कहता हूं मेरी मैया फिर न कभी वह मन घबराए तेरे दर जो इक बार आ जाए वो न कभी फिर […]

जो करते थे शब्दों से प्यार वो कवियों के सरताज रच कर इतिहास चले छोड़ हमारा साथ चलें सुनकर जिनके अल्फाज बढ़ जाता मन में विश्वास अपने शब्दों के जादू से जो करते हर एक दिल पर राज ऐसे कवि थे श्री गोपालदास शांत छवि मधुर मुस्कान सदा याद रखेगा […]

कितने भी कर ले मुझ पर सितम या दे जमाने भर का गम तेरे लिए सब माफ़ है संग तेरे रिश्ता ही कुछ खास है बना ले चाहे मुझ संग कितनी भी दूरी अपनी भी तो है कुछ मजबूरी खुश रहे या तू रहे उदास अपना दिल रहेगा तेरे ही […]

मॉ तू महान है खुद सहकर सारी विपदा संतानों को करती अद्भुत सुख प्रदान है मॉ  तू महान है बुरे संगतों से बचाकर नैतिकता का पाठ पढ़ा कर सदा करती सुखद पथ प्रदान है मॉ तू महान है मॉ तू ही जन्नत तू ही इबादत मॉ ही देवी और भगवान […]

करके अनुपम श्रृंगार, भर के आंखों में प्यारl मिलने को मुझसे आई थी, परियों की रानी इक बारll  शरमाते हुए सामने से आकर, अपनी पलकों को झुकाकरl थमा गई हाथ में मेरे, एक प्यारा-सा गुलाबl मिलने को मुझसे आई थी, परियों की रानी इक बारll  मुस्कुराते हुए कुछ कह रही, […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।