माँ का अर्थशास्त्र

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satindar
मेरी माँ ने पढ़ा है जाने कौन-सा शास्त्र,
कम रुपयों में भी बदल डाला पूरा अर्थशास्त्र।
जाने कौन-सी तरक़ीब लगा दी,
वस्तु विनिमय की नींव हिला दी।
ग़ुरबत में आय न थी न लाभ की उम्मीद,
उनकी बचत की परिभाषा का मैं बन बैठा मुरीद।
बचत की परिभाषा कुछ इस तरह समझाती थीं,
कि रफ़ कॉपी पहले पेंसिल से भरवाती थी।
पुनः अवलोकन पेन से करवाती थीं,
और पूरा पाठ मुझे ऐसे याद कराती थीं।
रात की बची दाल के  सुबह पराठे बना करते थे,
वो हरी चटनी भी हम क्या खूब खाया करते थे।
इच्छा,शक्ति,तत्परता मिलकर बनती आवश्यकता,
भूमि,श्रम,पूँजी,साहस के उपयोग में उनकी निपुणता।
साधारण हो या चक्रवर्ती ब्याज़,
कम स्रोतों में किया विकास
मेरी माँ ने पड़ा है जाने कौन- सा शास्त्र।
कम रुपयों में भी बदल डाला पूरा अर्थशास्त्र।
                                                                                            #सतिंदर सिंह
परिचय : सतिंदर सिंह का जन्म २९ जुलाई १९८५ का है। एम.कॉम. की शिक्षा प्राप्त की है,और शिक्षक हैं। आप उत्तर प्रदेश के ललितपुर में रहते हैं। लिखना आपका शौक है।

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।