थल सेना दिवस

1 0
Read Time39 Second

थल सेना के हम जवान,
दुश्मन से कभी ना डरते हैं
चौकीदार हैं हम भारत के,
सरहद की चौकसी करते हैं।

कड़कड़ाती सर्दी हो या,
हो गर्मी कितनी भीषण।
आँधी आए या आए तूफ़ान,
हम कभी ना छोड़ें अपना रण।

फौलादी सीने को अपने,
भारत माँ की ढाल बनाते हैं।
अपनी भुजाओं के दम पर,
दुश्मन को धूल चटाते हैं

शीश कटे तो कट जाए,
मातम ना कभी मनाते हैं।
भारत माँ की रक्षा को,
हम अपनी जान लुटाते हैं।

स्वरचित
सपना (स. अ.)
जनपद -औरैया

matruadmin

Next Post

तरुणाई युवा कवि सम्मेलन रविवार को

Sat Jan 16 , 2021
इंदौर। युवा दिवस के उपलक्ष्य में अतुल्य अकादमी एवं मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा आयोजित ‘तरुणाई’ युवा कवि सम्मेलन, स्थानीय देवपुत्र भवन, संवाद नगर में रविवार को 4 बजे से आयोजित होगा, जिसमें बतौर अतिथि साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे एवं स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।