मां के समान कोई नहीं।

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मां ने बनाया तुम्हे खुद को मिटाके
उसी के कारण लेते हो तुम चटाके
मां ना होती,तुम कभी भी ना होते,
आज तुम इतने बड़े कभी ना होते

मां का अहसान जो है भूल जाते,
वे कभी जीवन में सुख नहीं पाते।
मां से बडा कोई गुरु नहीं होता,
उसके बराबर कोई शिक्षा न देता।

मां बाप को कभी अलग न करना,
उनके आशीष सदा लेते ही रहना।
आती मुसीबत मां मुंह से निकलती
अंत समय तक वह सेवा है करती

मां ही पहले तुम्हे खाना खिलाती,
भले ही खुद भूखी ही सो जाती।
मां से बड़ी कोई भू पर देवी नहीं है
इससे बड़ी भू पे कोई पूजा नहीं है

मां के भले ही चश्मा लग जाएं,
उसे सब दिखता है भले न बताए।
मां के भले ही बाल सफेद हो जाए
फिर भी वह अच्छे व्यजन बनाए

मां की तुलना किसी से न हो सकती
इसके बराबर कोई चीज न हो सकती।
मां के कारण घर स्वर्ग हो जाता।
इसके बिना घर नरक हो जाता।

मां की जीवन भर करते रहने सेवा
तभी मिलेगी तुम्हे जीवन भर मेवा
मां ही तेरा चमन वहीं तेरा वतन है
उसी के चरणों में मिलेगा अमन है

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।