मस्ती की पाठशाला-जॉयफुल लर्निंग

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gopal
जॉयफुल लर्निंग आनंद से फुल,
गतिविधियां बच्चों के अनुकूल।
खेल-खेल में  सीख रहे अक्षर,
शब्द,अंक,एबीसीडी नन्हें फूल॥
कहानी सिखाएं रहना मिलजुल,
बच्चे देश की धरोहर,नींव मूल ।
आनंदमयी अधिगम से सीखने,
खुशी-खुशी आ रहे बच्चे स्कूल॥
आओ नन्हें  हाथों  को थाम लें,
हम तुम मिलकर जोड़ कर लें।
गुणा-भाग की कठिनाइयों को,
हम खेल-खेल में हल कर लें॥
होने दें हम कागज के पन्ने गंदे,
बच्चे की कल्पना को समझें।
थोड़ा-सा मार्गदर्शन,दें शाबासी,
सीख जाएंगे ये हमारे सब फंडे॥
समय मत गंवाओ तुम फिजूल,
हमारा भविष्य बनाता है स्कूल।
मिलती हर सुविधा नि:शुल्क,
चलो चलें सब सरकारी  स्कूल॥
जॉयफुल लर्निंग आनंद से फुल,
बच्चे हो रहे रोजाना कूल-कूल।
नित नई-नई गतिविधियों  में,
शिक्षक और बच्चे हुए मशगूल॥

#गोपाल कौशल

परिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।

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