*निष्ठा*

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aditi rusiya
जब हम पूरी निष्ठा से काम करते हैं
सुकून सा मिलता है दिल को
अगर कोई कोर कसर रह जाए
तो एक टीस सी उठती है दिल में

प्रसन्नता तब होती है जब वह कार्य
सराहा जाए लोगों के द्वारा
निखार आ जाता है अपने आप मन में
प्रफुल्लित हो खिल उठता है मन अपने ही आप

मगर अक्सर देखा है लोगों को
जब किसी की सराहना ज़्यादा हो जाती है
तो वो भाती नहीं कुछ लोगों को
वो हमारी कर्मठता पे कसते हैं फबतियाँ

सहन नहीं कर पाते किसी को आगे बड़ता देख होती तकलीफ़ उनको
उठाए जाते फिर प्रश्न उनकी निष्ठा पे
हस्तक्षेप होता फिर उनका जारी

मगर वो क्या जाने जो क़ाबिल है वो क़ाबिल ही रहेगा चाहे
चाहे लाख बिछा लो काँटे राह में उनके
जिसे बढ़ना है वो बढ़कर रहेगा

हम ख़ुश हैं हमने जो कार्य किया
पूरी निष्ठा से ,लगन से, प्रेम से किया
एकता के सूत्र में बाँधा लोगों को
पाया प्यार और स्नेह सभी का

अब आगे बढ़ाया है एक क़दम हमने जो अपनी कामयाबी का
अब न रोक पाएगा ज़माना हमें
न रोक पाएँगी किसी की बातें अब

मिलकर किया गया कार्य हमेशा कामयाबी
दिलाता है संगठन में शक्ति होती बहुत
जब साथ हो अच्छे दोस्तों का
विजय तो निश्चित ही होती है

अदिति रूसिया
वारासिवनी

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।