# गोपाल कौशल
परिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।
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हाथ जोड विनती करूँ , धरुँ मैं शीश चरण
लाज मेरी रखों गुरुदेव आया आपकी शरण ।।
विनय मेरी सुन लो , हे ! गुरुदेव महाराज
आराधना निशिदिन करुँ , बन आपका दास ।।
सुमिरन दीप जलाया हैं,उर में दीप जला देना
मैं खडा आपके द्वार पर , बेडा पार लगा देना ।।
चंद्र तपै , सूरज तपै और तपै धरती -आकाश
इन सबसे बढकर तपै,सदा गुरुदेव का प्रकाश ।।
मित्र बन प्रेम बरसाते , कहें करो सदा भलाई
गुरुज्ञान से बनी सृष्टि ,गुरुवाणी सदा सुखदाई ।।
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