अनगिनत कविताएं लिख रहा हूँ हर तरफ शोर मचता है आलोचना का शिकार होना पड़ता है वाह वाही भी खूब मिलती है लेकिन कमियां ज्यादा निकाली जाती है ताल,लय,छंंद, मात्राओंं से परे…. लेकिन.. प्रकट करता हूँ.. हृदय स्पंंदित होता है… भाव है बस मेरे पास… यूूं ही उमड़ पड़ते है […]