भारतीय संस्कृति में प्राचीनकाल से अनेक शिष्टाचारों का प्रचलन रहा है। उस काल में विवाह संस्कार एक सामान्य शिष्टाचार था। विवाह के अवसर पर पिता स्वेच्छा से अपने सामर्थ्य के अनुसार कन्यादान के रूप में कन्या को कुछ उपहार देता था। उनकी हमेशा से शुभकामना होती है कि,कन्या अपनी […]