. . *1* वल्लभ भाई थे यहाँ, भारत के सरदार। एकीकरणक देश के, बना दई सरकार। बना दई सरकार, मिटा देशी रजवाड़े। भारत के हर कोन, तिरंगे झण्डे गाड़े। कहे लाल कविराय,देश से प्रीत निभाई। भारत माँ का पूत,सरदार वल्लभ भाई। . *2* आजादी के दौर में, नेता हुए हजार। वल्लभ ,नेहरु […]