आज़ाद तो देश को कर गए पर दुश्मन, जाते-जाते भी समस्याओं का पुलिंदा थमा गए बँटा हुआ था देश हमारा कोई न था किसी का सहारा छः सौ से भी ज़्यादा थीं रियासतें सांप्रदायिकता की थी बड़ी ताकतें लौह पुरुष पटेल ने ज़िम्मा उठाया अनेकता में एकता को दर्शाया फैली […]